Hindustan Unilever Company History, Product, Membership, नुकसान की पूरी जानकारी
Topic List
Hindustan Unilever Company History
भारत में हिंदुस्तान युनिलीवर का हेड ब्रांच Address कहा है?
हिंदुस्तान युनिलीवर के उत्पाद
Hindustan Unilever कंपनी के साथ कैसे जुड़े? How to Get Unilever Franchise
युनिलीवर बिजनेस का भारत पर प्रभाव
पतंजलि और Hindustan Unilever
नमस्कार दोस्तों आज की पोस्ट बहुत ही खास होने वाली है क्योंकि आज हम जिस कंपनी के बारे में बात करने वाले हैं वह कंपनी को अधिकांश लोग भारत की कंपनी मानते हैं लेकिन यह बात सच नहीं है जी हां भारत में चल रहे मशहूर कंपनी का नाम है Hindustan Unilever जिसके बारे में हम लोग और अच्छी तरीके से आगे जानेंगे।
Hindustan Unilever Company History
Hindustan Unilever(HCL) कंपनी की शुरुआत 17 अक्टूबर 1933 ईस्वी में हुई थी जिसका निर्माण यूनिलीवर ने किया था। हिंदुस्तान युनिलीवर शुरुआती समय से ही एक FMCG(Fast Moving Consumer Goods) कंपनी रही है जिसने की शुरुआती में बहुत ही कम उत्पादों के साथ बाजार में अपना कदम रखा था।
हिंदुस्तान युनिलीवर कंपनी की शुरुआत विदेशों में हुई थी और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह कंपनी भारतीय नहीं है क्योंकि इस कंपनी के संस्थापक युनिलीवर एक ब्रिटिश व्यापारी थे जिसने Red Label Tea नाम की चाय से अपने बिजनेस की शुरुआत की और पूरे विश्व भर अपनी पहचान बनाई।
जितने भी विदेशी कंपनियां हैं उनमें से सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कंपनी हिंदुस्तान युनिलीवर है जो कि भारत से सबसे ज्यादा पैसा कमाती है इसका
Turnover HUL (2018) announced के अनुसार $3.8 Billion US Dollar की Turnover जो की भारतीय रुपए में calculate करने पर 3,800,000.00 USD = 288,332,600.00 INR भारतीय रुपए आता है।
हिंदुस्तान युनिलीवर की खास बात यह है कि यह जिस देश में भी जाती है उस देश के साथ अपना नाम जोड़ देती है जैसे कि Pakistan Unilever, England Unilever,Malaysia Unilever,Japan Unilever इत्यादि देशों में अपना बिजनेस करती है।
भारत में हिंदुस्तान युनिलीवर का हेड ब्रांच Address:-
Hindustan Unilever Limited,Unilever House,B. D. Sawant Marg,Chakala, Andheri (E) Mumbai - 400 099.
हिंदुस्तान युनिलीवर के Products
अगर हम आज कंपनी के उत्पाद की बात करें तो कंपनी के पास इतने सारे उत्पाद हैं कि हम लोग इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं हिंदुस्तान युनिलीवर हमारे भारत में 500 से ज्यादा उत्पादों के साथ अपना व्यापार करती है शायद यह भी आंकड़ा कम हो क्योंकि हिंदुस्तान युनिलीवर रोज नए नए उत्पादों को बाजार में लाती रहती है जिसके उत्पाद कुछ इस प्रकार से है।
Home care
Person Care
Ayurveda
Medicine Care
Education care
Health & Food Supplement & Mores
हिंदुस्तानी जॉनी लीवर के सबसे ज्यादा बिकने वाले उत्पाद जो कि बजाज में लोकप्रिय हैं।
Hindustan Nivea
Hindustan Beard
Hindustan Colgate
Hindustan Vicks Mores
विश्व भर में यूनिलीवर कंपनी ने अपने व्यापार को इतना बड़ा और समृद्ध बना लिया है कि आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि इसके पास कितने उत्पाद हो सकते हैं क्योंकि यह कंपनी एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है जो कि आप अपने उत्पादों को खुद के लैब में देखरेख के साथ बनाती है।
Hindustan Unilever कंपनी के साथ कैसे जुड़े? How to Get Unilever Franchise
अगर हम युनिलीवर कंपनी से जुड़ने की बात करें तो इसमें लगभग आपको 4 से 5 लाख रुपया खर्च करना पड़ सकता है और यह भी पूर्ण रूप से जरूरी नहीं है कि पैसे खर्च करने के बावजूद भी आपको यूनिलीवर कंपनी की मेंबरशिप/Franchise मिल सकती है इसके बहुत सारे नियम है जिससे कि आपको फॉलो करने होंगे।
जैसे कि हम लोग जानते हैं कि यूनिलीवर एक भारतीय ब्रिटिश कंपनी है फिर भी आश्चर्य की बात यह है कि इस कंपनी को भारत में व्यापार करते हुए कई साल बीत चुके हैं फिर भी भारत सरकार 10% से 15% का ही शुल्क लेती है,
यदि आप यूनिलीवर कंपनी से जुड़ना चाहते हैं तो आपके पास आपका आधार कार्ड ,फोटो,Gst, इत्यादि बहुत सारे दस्तावेज आपको जमा करने होंगे अपने नजदीकी युनिलीवर ऑफिस में।
भारत में विदेशी कंपनियों के क्या कया नुकसान है?
एक आंकड़े के अनुसार पता चला है कि भारत में विदेशी कंपनियों की कुल संख्या 11,89,996 यानी कि लगभग 12 लाख के करीब है जो कि एक डराने वाला और चौंकाने वाली बात है। अगर ऐसा ही भारत में विदेशी कंपनियों की तादाद बढ़ती रहेगी तो इससे भारत को बहुत बड़ा नुकसान होगा भविष्य में।
आपको यह बात जानकर आश्चर्य होगी कि एक सर्वे के अनुसार यह पता चला है कि अधिकांश विदेशी कंपनियों के उत्पाद के इस्तेमाल से कैंसर, ट्यूमर,Thyroid,Tv, इत्यादि बहुत गंभीर बीमारियां होती हैं।
हमारे भारत में ऐसी हजारों कंपनियां है जिससे कि उन्हें उनके देश में बंद कर दिया गया है वहां वे अपने उत्पादों का व्यापार हुए अपने खुद के देश में नहीं कर सकते हैं। और जरा सोच से यही कंपनियां हमारे भारत देश को अपना शिकार बना चुकी है। हम आगे उन उत्पादों के नाम भी बताएंगे जो कि भारत में अपनी पकड़ बनाए रखी है।
जब भी कोई बिजनेस आता है तो उसका मकसद होता है पैसा कमाना और ग्राहकों का दिल जीतना ठीक है ऐसा ही युनिलीवर कंपनी ने हर देश में किया इस कंपनी ने ऐसे उत्पादों का चयन किया जो कि रोजमर्रा की जिंदगी में काम आए।
युनिलीवर जैसे और भी विदेशी कंपनियां हमारे भारत के लिए एक बहुत ही बड़ा खतरा बन चुका है, आपके मन में सवाल होंगे कि आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं,
मैं ऐसा इसलिए बोल रहा हूं कि कंपनी के आगे हिंदुस्तान लगी है इसका मतलब यह नहीं किया कंपनी हिंदुस्तान की है बल्कि इस कंपनी के 90% कमाई भारत से बाहर जाती है, इसका मतलब है कि विदेश कंपनी हमारे देश से मोटा पैसा कमा कर अपने देश ले जा रही हैं।
हमारे देश भारत में युनिलीवर कंपनी इतना ज्यादा नाम कमा चुकी है और लोगों में इतना अपना विश्वास बना चुकी है कि लोग हिंदुस्तान युनिलीवर को सबसे बेहतरीन कंपनी मानते हैं जिसके कारण हमारे भारत में अच्छी कंपनियां भी बुरी नजर आती है लोगो को।
पतंजलि Vs Hindustan Unilever
जैसे की हम जानते हैं कि पतंजलि हमारे भारत के स्वदेशी कंपनी है जो कि एक आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक जैसी बहुत सारी उत्पादों में अपना व्यापार और रामदेव बाबा आप यही चाहते हैं कि हमारा देश भारत में लोक स्वदेशी अपनाए ना कि विदेशों के उत्पादों को अपनाएं।
हमारे भारत में जितने भी कंपनियां 2015 के बाद आई है वह सारी कंपनियां चाहती है कि अपना बिजनेस को बड़ा करें और भारत का पैसा भारत में ही विस्तृत हो। क्योंकि विदेशी कंपनियों ने भारत पर इस तरीके से अपनी मजबूत बना रखी है कि इसे भगाना एक बिजनेस की बस की बात नहीं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस बिजनेस को देश की बड़ी बड़ी कंपनियां ठुकरा देती है वह कंपनी हमारे भारत में अपना व्यापार पूरी आजादी के साथ करती है जबकि यह हमारे लिए बहुत ही हानिकारक है जैसे कि।
लाइफ ब्वॉय को बड़े-बड़े देशों ने ठुकरा दिया है उनका कहना है कि लाइव बॉय एक टॉयलेट साबुन है।
कोको कोला को बड़े देशों ने ठुकरा दिया है उनका कहना है कि कोकोकोला से पेट की आंत में कैंसर होता है।
पेरासिटामोल जो कि एक दवा का नाम है यह कई देशों में बैन है फिर भी या भारत में अपना बिजनेस करती है।
Dove
Lux
Dettol & mores
अगर मैं आपको विदेशी कंपनियों के उत्पादों के बारे में बताना शुरू करो तो शायद वे हजार से लाखों तक के गिनती में आ जाएंगे। पतंजलि हमारे भारत का स्वदेशी है पतंजलि ही इस्तेमाल करें।
My opinion/Conclusion
मेरा मानना है कि हम Youth को इस पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे हम विदेशी कंपनियों के उत्पादों को कम से कम इस्तेमाल करें क्योंकि अगर विदेशी कंपनियों के उत्पाद अभी भी ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होंगे तो भारत का पैसा बाहर विदेशों में जाता रहेगा और हमारे देश के व्यापारी अपने बिजनेस को कभी भी दूसरे देश तक नहीं ले जा पाएंगे।
हमें यह समझना होगा कि जितना हो सके हमें अपने देश के स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल ही करना है ना कि विदेशी उत्पादों का क्योंकि विदेशी कंपनियां कभी भी अपने उत्पादों पर गारंटी नहीं देती है लेकिन हम अपने स्वदेशी उत्पादों पर पूर्ण रूप से Gurantee देते है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQ's
Q. क्या सही विदेशी कंपनियों से भारत को नुकसान है?
उत्तर:- नहीं
Q. विदेशी कंपनियां भारत में ही अपना प्रकार क्यों करती है?
उत्तर:- अधिक जनसंख्या होने के कारण।
Q. विदेशी कंपनियों को उनकी ही देश में क्यों बंद कर दिया गया?
उत्तर:- क्योंकि वहां के आम जनता की शिकायत सुनी जाती है।
Q.Jones & Johnson कंपनी पर जुर्माना क्यों लगा था?
उत्तर:-क्योंकि एक महिला ने शिकायत दर्ज की थी कि Jonshan के उत्पाद के कारण उनके बच्चे को कैंसर हो गया है।
Q. क्या होगा अगर सारी विदेशी कंपनी भारत छोड़ गए?
उत्तर:- ऐसा कभी नहीं होगा,
आपको आज की Hindustan Unilever Company History, Product, Membership, नुकसान की पूरी जानकारी पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताएं और यह भी बताएं कि क्या आप विदेशी कंपनियों के उत्पादों को इस्तेमाल करना बंद कर रहे हैं या नहीं।